Health Insurance Plan: ऐसे चुनें अपने परिवार के लिए बेस्ट हेल्थ इंश्योरेंस प्लान 2024

Health Insurance Plan

आज के इस आर्टिकल में आपको Health Insurance Plan 2024 के बारे में बताने जा रहे है, किन बातों का ध्यान रखकर आप अच्छा और बेहतर हेल्थ इंश्योरेंस अपने और अपने परिवार के लिए करवा सकते है।

Best Health Insurance Plans in India for Family 2024

Health Insurance Plans in India 2024 आप जब भी अपना हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसीज (Health Insurance Plans) लेते है. तो उस दौरान कई चीजों का ध्यान आप नहीं रख पाते है. जिसके कारण आपको अपना प्रीमियम भी ज्यादा देना पड़ता है. साथ ही प्लान में खास फायदा आपको नहीं मिलता है।

सबसे पहले यह तय करें कि आप पॉलिसी सिर्फ अपने लिए ले रहे हैं या परिवार के लिए. इंडिविजुअल प्लान आप किसी मेडिकल हिस्ट्री को लेकर लें तो अच्छा है. वहीं, Family Floater Health Insurance Plans में एक से ज्यादा मेंबर्स को एक ही प्लान में कवर मिलता है।

जैसे पति, पत्नी, बच्चे और बच्चों के दादा-दादी. इन सबके लिए आपको एक ही प्रिमियम देना होता है. लेकिन, यदि किसी फैमिली मेंबर की कोई मेडिकल हिस्ट्री है तो आप उनके लिए अलग से इंडिविजुअल प्लान ले सकते हैं।

Also Read : SBI Fixed Deposit Interest Rates 2023

Best Family Floater Health Insurance Plans in India for Senior Citizens 2024

कई बार प्लान में सिर्फ पति-पत्नी कवर होते हैं. कई बार पति-पत्नी और बच्चे होते हैं. कई बार आप और पेरेंट्स होते हैं. फिर कई प्लान में पति-पत्नी, बच्चे और दादा-दादी होते हैं. इसका ध्यान रखना होगा. फैमिली के लिए प्लान लेते समय बेसिक प्लान डे केयर कवर, एंबुलेंस कवर, आउट पेशेंट कवर, क्रिटिकल इलनेश प्रोटेक्शन नहीं देते हैं।

आपको हमेशा मेडिकल में कैशलेस सुविधा वाले प्लान लेने चाहिए. जब आपके पास पैसे नहीं होते हैं. ऐसे में कैशलेस सुविधा आपको एक बड़ी राहत देती है।

Also Read: AXIS Bank Fixed Deposit Interest Rates 2024 for Senior Citizens

Which is Best Health Insurance Policy for Family in India 2024

आप जब भी Health Insurance Plans ले, तो सबसे पहले कंपनी से आपके शहर के अच्छे हॉस्पिटल्स है या नहीं देख ले. नहीं तो आपकी परेशानी बढ़ जाएगी. आप ऐसे प्लान लें, जिसमें आपके नजदीक हॉस्पिटल्स हों।

एक बात और आपको Health Insurance Company का सेटलमेंट रेशियो जरूर देखना चाहिए. अगर वो हाई है या लो है. इससे आपको ये पता चल जाएगा कि 1 साल में कंपनी के पास सेटलमेंट के लिए जितने केस आए, उसमें उसने कितने फीसदी को सेटल किया. ये रेशियो किसी भी कंपनी की क्रेडिबिलिटी और इंश्योरिटी को बताता है।